कोरोना संक्रमण की वजह से अब तक डीएलएड में प्रवेश शुरू नहीं किया जा सका है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय उप्र ने शासन को प्रस्ताव भेजा था कि डीएलएड 2020 में प्रवेश के लिए निर्देश जारी किया जाए। इसमें कहा गया था कि यदि बिना स्नातक का परिणाम आए प्रवेश दिया गया तो 20 से 25 प्रतिशत ही सीटें भर सकेंगी, उससे अधिकांश सीटें खाली रह जाएंगी। परीक्षा संस्था के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने इस संबंध में पिछले वर्षो के प्रवेश का ब्योरा भी शासन को भेजा गया था, जिसमें कहा गया था कि पिछले वर्षो में सामान्य स्थिति होने के बाद भी बड़ी संख्या में सीटें खाली रह गई थी। अब संयुक्त सचिव राजेंद्र सिंह ने निर्देश दिया है कि इसके लिए स्नातक अंतिम वर्ष के परिणाम की राह देखी जाए।
कोरोना संक्रमण की वजह से अब तक डीएलएड में प्रवेश शुरू नहीं किया जा सका है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय उप्र ने शासन को प्रस्ताव भेजा था कि डीएलएड 2020 में प्रवेश के लिए निर्देश जारी किया जाए। इसमें कहा गया था कि यदि बिना स्नातक का परिणाम आए प्रवेश दिया गया तो 20 से 25 प्रतिशत ही सीटें भर सकेंगी, उससे अधिकांश सीटें खाली रह जाएंगी। परीक्षा संस्था के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने इस संबंध में पिछले वर्षो के प्रवेश का ब्योरा भी शासन को भेजा गया था, जिसमें कहा गया था कि पिछले वर्षो में सामान्य स्थिति होने के बाद भी बड़ी संख्या में सीटें खाली रह गई थी। अब संयुक्त सचिव राजेंद्र सिंह ने निर्देश दिया है कि इसके लिए स्नातक अंतिम वर्ष के परिणाम की राह देखी जाए।