69000 Shikshak bharti
Home
69000 Shikshak bharti
69000 सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में आगे नहीं बढ़ सकी एसटीएफ की जांच, आरोपी बीजेपी नेता को बचाने का आरोप
69000 सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में आगे नहीं बढ़ सकी एसटीएफ की जांच, आरोपी बीजेपी नेता को बचाने का आरोप
69000 शिक्षक भर्ती घोटाले में आगे नहीं बढ़ सकी एसटीएफ की जांच, आरोपी बीजेपी नेता को बचाने का आरोप
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में हुए फर्जीवाड़े की जांच अब एसटीएफ कर रही है. एसटीएफ को जांच मिले हुए दो महीने से ज्यादा का वक्त बीत गया है, लेकिन तेज-तर्रार बताई जाने वाली ये एजेंसी इन दो महीनों में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है. एक अभ्यर्थी को छोड़ दिया जाए तो एसटीएफ न तो किसी आरोपी को गिरफ्तार कर सकी है और न ही जांच को जरा भी आगे बढ़ा सकी है. जांच एजेंसी एसटीएफ इस मामले में मोस्टवांटेड बीजेपी नेता चंद्रमा सिंह यादव पर तो पूरी तरह मेहरबान नजर आ रही है. न तो अभी तक उसकी गिरफ्तारी की गई है और न ही उस पर कानूनी शिकंजा कसा गया है.
शिक्षक भर्ती मामले में एसटीएफ की नाकामी सवालों के घेरे में है. सवाल ये भी उठ रहे हैं कि एसटीएफ वाकई नाकाम है या फिर वह कुछ बड़े लोगों को बचाने के लिए जानबूझकर जांच और कार्रवाई को ठंडे बस्ते में डाले हुए है. एसटीएफ के ढुलमुल रवैये के बाद अभ्यर्थी और छात्र संगठन अब इस मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच कराए जाने की मांग करने लगे हैं. बीजेपी नेता चंद्रमा यादव यूपी के एक कैबिनेट मंत्री का प्रतिनिधि रहा है और वो इससे पहले टीईटी परीक्षा का पेपर लीक कराने के आरोप में भी पांच महीनों तक जेल में रह चुका है. एसटीएफ ने बीजेपी नेता चंद्रमा को अब तक न तो भगोड़ा घोषित किया है और न ही उस पर इनाम जारी किया है.
गौरतलब है कि, यूपी के प्राइमरी स्कूलों में 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में पैसे लेकर पास कराने के आरोप में प्रयागराज पुलिस ने प्रतापगढ़ के अभ्यर्थी राहुल सिंह की शिकायत पर इसी साल चार जून को केस दर्ज जांच शुरू की थी. प्रयागराज पुलिस ने इस मामले में मास्टरमाइंड केएल पटेल और दो टॉपर्स समेत 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इतना ही नहीं पुलिस ने यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के प्रतिनिधि रहे बीजेपी नेता चंद्रमा सिंह यादव को भी इस मामले में आरोपी बनाया था. प्रयागराज पुलिस ने ये सारी कार्रवाई चार दिन में कर ली थी. भर्ती घोटाले का मामला सियासी गलियारों में गूंजने के बाद यूपी सरकार ने 9 जून को जांच प्रयागराज पुलिस से वापस लेकर एसटीएफ को सौंप दी थी. इसके साथ ही हफ्ते भर में ही तत्कालीन एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को हटाने पर भी खूब कोहराम मचा था.
बीजेपी नेता चंद्रमा सिंह यादव सूबे के कैबिनेट मंत्री और सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह का प्रतिनिधि रह चुका है. उसकी गिनती प्रयागराज में बीजेपी के रसूखदार नेताओं में होती है. चंद्रमा यादव बीजेपी में महानगर उपाध्यक्ष के साथ ही किसान मोर्चे की प्रदेश कार्य समिति का सदस्य भी रह चुका है. वो एक इंटर कॉलेज का प्रबंधक भी है. अपने कॉलेज पंचमलाल आश्रम इंटर कालेज को वो रसूख का इस्तेमाल कर तमाम प्रतियोगी परीक्षाओं का सेंटर बनवाता था और वहीं से पेपर लीक कराकर अपने गिरोह को देता था.
Primary ka master | basic shiksha news | updatemart | basic shiksha | up basic news | basic shiksha parishad | basic news | primarykamaster| uptet primary ka master | update mart | uptet help