खण्ड शिक्षा अधिकारियों के नौकरी संबंधी मामले यानी अवस्थापना पटल अब प्रयागराज के बजाय लखनऊ में होगा। वहीं उनकी पदोन्नति पर भी जल्द ही निर्णय होगी। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. सतीश चन्द्र द्विवेदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर सहमति बन गई है। वहीं उन्हें केन्द्र की तरह स्कूलों में प्रथम
निरीक्षक अधिकारी के समकक्ष मानने पर भी विभाग से प्रस्ताव मांगा गया है। उत्तर प्रदेश विद्यालय निरीक्षण संघ लंबे समय से मांग कर रहा है कि 32 वर्षों से उनकी पदोन्नतियां बाधित हैं। इससे न केवल अधिकारियों का मनोबल गिरता है बल्कि उसकी काम में रुचि भी कम होती जाती है। इनकी पदोन्नतियों के रास्ते में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए डा. द्विवेदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके अलावा बीईओ के खिलाफ बिना शपथपत्र के शिकायतों का संज्ञान लेने और पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में उनके खिलाफ कार्रवाई का विरोध भी संघ ने दर्ज कराया। डा द्विवेदी ने इस पर विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालयों में लेखा शीर्षक बनाने का प्रस्ताव भी मांगा गया।