परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग को लेकर छात्रों का एक वर्ग मोर्चा खोले हुए है जिसे कांग्रेस और दूसरे विपक्षी राजनीतिक दलों का भी समर्थन मिल रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को भी ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा और मांग की कि सभी पक्षों से बातचीत कर इसका समाधान निकाला जाए। इससे पहले महाराष्ट्र, ओडिशा, बंगाल और दिल्ली जैसे राज्य परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग कर चुके हैं। बहरहाल, सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सर्वसम्मति से फैसले पर पुनर्विचार के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने की जरूरत जताई है।
वहीं, शिक्षा मंत्रलय के सूत्रों की मानें तो जो लोग परीक्षाओं को स्थगित या रद करने की मांग कर रहे हैं, वे निजी शैक्षणिक संस्थान चलाने वाले एक वर्ग को फायदा पहुंचाना चाहते हैं। सत्र में बहुत वक्त नहीं बचा है और ऐसे में परीक्षा टलती है तो निजी संस्थानों को मनमाने तरीके से एडमिशन देने का अवसर मिल सकता है। मालूम हो कि मौजूदा योजना के तहत जेईई मेंस एक से छह सितंबर और नीट का आयोजन 13 सिंतबर को होना है।