प्रो सुषमा यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति में पहुंच, अवसर और गुणवत्ता के अलावा शिक्षा के क्षेत्र में जवाबदेही भी तय की गई है। ये शिक्षा नीति शिक्षा और शिक्षकों को भी अधिक स्वायत्तता देने की बात भी करती है। उन्होंने माना कि इस शिक्षा नीति में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए डिजिटल शिक्षा पर जोर देने की बात जरूर है, लेकिन उसको पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था का विकल्प नहीं बनाया जा सकता है। उन्होंने ‘हिंदी हैं हम’ के इस कार्यक्रम में ये जानकारी भी दी कि देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में पाठ्यक्रमों के संवर्धन की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है। ‘हिंदी हैं हम’ दैनिक जागरण का अपनी भाषा हिंदी को समृद्ध करने का अभियान है।
प्रो. सुषमा यादव