प्रो. अग्निहोत्री ने कहा कि भारत की शिक्षा नीति का मूल आधार संस्कृति, कला और भारतीय भाषाएं हैं। इससे ही हमारे विश्वविद्यालय ज्ञान के केंद्र बनेंगे। अभी तक देश में जो शिक्षा पद्धति चल रही है उसका उद्देश्य लिपिक पैदा करना था क्योंकि अंग्रेजों ने इसी मानसिकता से शिक्षा की पद्धति शुरू की थी।
प्रो. अग्निहोत्री के मुताबिक अभी जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति आई है वो भारतीयता को आगे रखकर बनाई गई है। हिंदी हैं हम के तहत दैनिक जागरण अपनी भाषा हिंदी को मजबूत करने का अभियान चला रहा है। इसके तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर देश के अलग-अलग विश्वविद्यालयों के कुलपति से संवाद का आयोजन किया गया है।
प्रो. कुलदीप चंद्र अग्निहोत्री