जानकारी नहीं दी है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि 18 से 20 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकती है। पिछले साल ऑनलाइन माध्यम से लगभग 40 हजार रिक्त पदों की सूचना मिली थी लेकिन उनका सत्यापन करने के बाद संख्या आधी रह गई है। चयन बोर्ड को शिक्षकों के 22 हजार के आसपास खाली पदों की सूचना मिली थी। इनमें से कुछ पद दो बार आने के कारण हटा दिए गए जबकि पूर्व में चयनित लेकिन कार्यभार ग्रहण न करने वाले कुछ अभ्यर्थियों को कुछ पदों पर समायोजित कर दिया गया। इससे पहले चयनबोर्ड ने जुलाई 2016 में टीजीटी- पीजीटी के तकरीबन 10 हजार पदों के लिए आवेदन लिए थे। हर वर्ग के आवेदन शुल्क में हुई है चृद्धिः टीजीटी-पीजीटी के लिए हर वर्ग के आवेदन शुल्क में वृद्धि हुई है। सामान्य व ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों से 600 की बजाय 700 रुपये फीसली जाएगी। अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों को 350 की बजाय 400 रुपये और अनुसूचित जनजाति वर्ग के आवेदकों को 150 की जगह 200 रुपये फीस देनी होगी। दिव्यांग अभ्यर्थियों को निःशुल्क आवेदन की छूट दी गई है। वहीं ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए आवेदन शुल्क का प्रस्ताव शासन में लंबित है।
जानकारी नहीं दी है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि 18 से 20 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकती है। पिछले साल ऑनलाइन माध्यम से लगभग 40 हजार रिक्त पदों की सूचना मिली थी लेकिन उनका सत्यापन करने के बाद संख्या आधी रह गई है। चयन बोर्ड को शिक्षकों के 22 हजार के आसपास खाली पदों की सूचना मिली थी। इनमें से कुछ पद दो बार आने के कारण हटा दिए गए जबकि पूर्व में चयनित लेकिन कार्यभार ग्रहण न करने वाले कुछ अभ्यर्थियों को कुछ पदों पर समायोजित कर दिया गया। इससे पहले चयनबोर्ड ने जुलाई 2016 में टीजीटी- पीजीटी के तकरीबन 10 हजार पदों के लिए आवेदन लिए थे। हर वर्ग के आवेदन शुल्क में हुई है चृद्धिः टीजीटी-पीजीटी के लिए हर वर्ग के आवेदन शुल्क में वृद्धि हुई है। सामान्य व ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों से 600 की बजाय 700 रुपये फीसली जाएगी। अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों को 350 की बजाय 400 रुपये और अनुसूचित जनजाति वर्ग के आवेदकों को 150 की जगह 200 रुपये फीस देनी होगी। दिव्यांग अभ्यर्थियों को निःशुल्क आवेदन की छूट दी गई है। वहीं ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए आवेदन शुल्क का प्रस्ताव शासन में लंबित है।