उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री चाहे जितने ऑर्डर जारी करें, उन्हें उनके प्रवचन से ज्यादा कुछ नहीं समझा जाता है। उन्होंने कभी ठोको नीति का उपदेश दिया था। उसी का नतीजा है कि कई जगहों पर पुलिस या अपराधियों ने भाजपा नेताओं को भी ठोक पीट कर हिसाब पूरा कर दिया। अभी बांदा में भाजपा नेता पर धारदार हथियार से हमला हुआ। कुछ दिन पहले फैजाबाद में भाजपा नेता को गोली मारी गई थी। जिलों में रोज हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। क्लैट स्थगित हो गईं पर लाखों युवा जेईई-नीट में बैठने को मजबूर हैं। लॉकडाउन में लाखों की नौकरियां छूट गईं।
लोगों में दहशत, स्वास्थ्य सेवाएं पंगु
अखिलेश ने कहा, स्वास्थ्य विभाग को भाजपा सरकार ने अपंग बना दिया है। इसका परिणाम जनता भुगत रही है। संक्रमितों के इलाज में लापरवाही की घटनाएं बढ़ रही हैं। लोगों में दहशत है। भाजपा के मंत्री, विधायक और सांसद भी इससे नहीं बच सके। पुलिस अपराधियों को पकड़ने से ज्यादा चुस्ती छात्रों पर बेरहमी से लाठियों का इस्तेमाल करने में दिखा रही है। प्रशासन असहमति के स्वर को कुचलने की नई-नई साजिशें करता रहता है। हर कोई इस व्यवस्था से त्रस्त है और जल्द छुटकारा पाना चाहता है।