बोर्ड ने कहा है कि यदि 15 अक्टूबर तक कोई विद्यार्थी फॉर्म नहीं भर पाता है तो विलंब शुल्क के साथ 16 से 31 अक्टूबर तक परीक्षा फॉर्म भर सकता है। इस बारे में स्कूलों को सूचना भेज दी गयी है।
सीबीएसई के अनुसार परीक्षार्थियों को परीक्षा शुल्क के साथ अतिरिक्त विषय के 300 रुपए अलग से देने होंगे। इसके अतिरिक्त 12 वीं में प्रायोगिक परीक्षा के लिए प्रति विषय 150 रुपए शुल्क अलग से देना होगा।
नौवीं-ग्यारहवीं का पंजीकरण भी सात सितंबर से
सीबीएसई ने 10वीं, 12वीं के परीक्षा फार्म भरने के साथ ही नौवीं-ग्यारहवीं के लिए पंजीकरण की तिथि भी जारी कर दी है। स्कूलों को नौवीं-ग्यारहवीं के छात्रों का पंजीकरण सात सितंबर से शुरू करना होगा। इसकी सूचना स्कूलों को दे दी गई है। नौवीं-ग्यारहवीं का पंजीकरण बिना विलंब शुल्क के चार नवंबर तक चलेगा, पंजीकरण के लिए प्रति छात्र 300 रुपए शुल्क देना होगा। चार नवंबर के बाद विलंब शुल्क के साथ पंजीकरण कराना होगा।
कोरोना के चलते कम हो गया कोर्स
सीबीएसई ने कोरोना के चलते 2020-21 शैक्षिक सत्र में नौवीं से बारहवीं तक का कोर्स 30 फीसदी कम कर दिया गया है। कोर्स में यह कटौती चालू शैक्षिक सत्र के लिए किया गया है। आगे कोरोना से स्थिति सामान्य होने के बाद छात्रों को पूरा कोर्स पढना होगा।
ग्यारहवीं के छात्र चुन सकते हैं एप्लाइड मैथमेटिक्स
सीबीएसई ने ग्यारहवीं, बारहवीं के लिए मैथ पढने के इच्छुक छात्रों के लिए कोर्स में एप्लाइड मैथमेटिक्स का नया विकल्प दिया है। विद्यार्थी चालू शैक्षिक सत्र में इस विषय का चुनाव कर सकते हैं। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि 10 वीं में बेसिक मैथ पढने वाले छात्र 11 वीं में एप्लाइड मैथ का चुनाव कर सकते हैं। सीबीएसई ने 2021 की बोर्ड परीक्षा के प्रश्रपत्रों में बदलाव का भी निर्णय लिया है। अब विद्याथियों को 20 फीसदी आब्जेक्टिव प्रश्रों के जवाब देने होंगे। इससे पहले परीक्षा में 10 आब्जेक्टिव सवाल पूछे जाते थे।