डीएलएड प्रवेश पर कोई निर्णय नहीं लेने से सैकड़ों शिक्षकों की नौकरी पर खतरा बढ़ गया है। नया प्रवेश नहीं होने पर डीएलएड कॉलेज अपने शिक्षकों को नौकरी से निकाले जाने की बात कर रहे हैं। प्रदेश के सभी जिलों में कुल 75 सरकारी बीटीसी कॉलेज हैं, इसमें कुल 10500 सीटें हैं। जबकि, लगभग 3200 निजी बीटीसी-डीएलएड कॉलेजों में 2.30 लाख सीटें हैं। निजी बीटीसी कॉलेजों में 50 से 200 के बीच सीटें हैं।
डीएलएड प्रवेश पर कोई निर्णय नहीं लेने से सैकड़ों शिक्षकों की नौकरी पर खतरा बढ़ गया है। नया प्रवेश नहीं होने पर डीएलएड कॉलेज अपने शिक्षकों को नौकरी से निकाले जाने की बात कर रहे हैं। प्रदेश के सभी जिलों में कुल 75 सरकारी बीटीसी कॉलेज हैं, इसमें कुल 10500 सीटें हैं। जबकि, लगभग 3200 निजी बीटीसी-डीएलएड कॉलेजों में 2.30 लाख सीटें हैं। निजी बीटीसी कॉलेजों में 50 से 200 के बीच सीटें हैं।