डीएलएड 2018 के तीसरे व चौथे सेमेस्टर के 1,65,552 प्रशिक्षुओं की परीक्षा मार्च 2020 में नहीं करवाई जा सकी। अब पहले व दूसरे सेमेस्टर के सभी विषयों में पास प्रशिक्षुओं के अंकों के आधार पर औसत अंक निर्धारित कर उन्हें तीसरे सेमेस्टर से चौथे सेमेस्टर में प्रोन्नत किया जाएगा। चौथे सेमेस्टर की परीक्षा अक्तूबर मेंप्रोन्नत होकर पहुंचे चौथे सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं की परीक्षा अक्तूबर में करवाई जाएगी। डीएलएड पाठ्यक्रम सेमेस्टर में चलाया जाता है और हर छह महीने में इसकी परीक्षाएं होती हैं। पूरा कोर्स दो साल में चार सेमेस्टर में पूरा किया जाता है। वहीं डीएलएड-2019 के पहले सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं को प्रोन्नत किया जाएगा और प्रोन्नत होकर दूसरे सेमेस्टर में आए प्रशिक्षुओं की परीक्षा अक्तूबर में करवाना प्रस्तावित है। इस बैच में 1,82,510 प्रशिक्षु शामिल हैं। प्रशिक्षुओं के दूसरे सेमेस्टर के प्राप्तांकों के औसत अंक ही उनके पहले सेमेस्टर के प्राप्तांक माने जाएंगे, जिसकी परीक्षाएं मार्च, 2020 में प्रस्तावित थी। डा. द्विवेदी ने कहा कि मार्च में 300 छात्र प्रति केन्द्र के हिसाब से 609 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा 23 मार्च 2020 से करवाई जानी थी लेकिन कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ने के कारण इसे नहीं करवाया जा सका।
डीएलएड 2018 के तीसरे व चौथे सेमेस्टर के 1,65,552 प्रशिक्षुओं की परीक्षा मार्च 2020 में नहीं करवाई जा सकी। अब पहले व दूसरे सेमेस्टर के सभी विषयों में पास प्रशिक्षुओं के अंकों के आधार पर औसत अंक निर्धारित कर उन्हें तीसरे सेमेस्टर से चौथे सेमेस्टर में प्रोन्नत किया जाएगा। चौथे सेमेस्टर की परीक्षा अक्तूबर मेंप्रोन्नत होकर पहुंचे चौथे सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं की परीक्षा अक्तूबर में करवाई जाएगी। डीएलएड पाठ्यक्रम सेमेस्टर में चलाया जाता है और हर छह महीने में इसकी परीक्षाएं होती हैं। पूरा कोर्स दो साल में चार सेमेस्टर में पूरा किया जाता है। वहीं डीएलएड-2019 के पहले सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं को प्रोन्नत किया जाएगा और प्रोन्नत होकर दूसरे सेमेस्टर में आए प्रशिक्षुओं की परीक्षा अक्तूबर में करवाना प्रस्तावित है। इस बैच में 1,82,510 प्रशिक्षु शामिल हैं। प्रशिक्षुओं के दूसरे सेमेस्टर के प्राप्तांकों के औसत अंक ही उनके पहले सेमेस्टर के प्राप्तांक माने जाएंगे, जिसकी परीक्षाएं मार्च, 2020 में प्रस्तावित थी। डा. द्विवेदी ने कहा कि मार्च में 300 छात्र प्रति केन्द्र के हिसाब से 609 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा 23 मार्च 2020 से करवाई जानी थी लेकिन कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ने के कारण इसे नहीं करवाया जा सका।