अनामिका प्रकरण उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग और सतर्क हो गया है। इस प्रकरण के चलते जिले के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में नियुक्त अध्यापिकाओं और कर्मचारियों के मूल प्रपत्रों की जांच शुरू की गई। इस पूरी प्रक्रिया को एक सप्ताह के भीतर समाप्त करने के लिए भी कहा गया है। जिले में 1996 शिक्षामित्र व 642 अनुदेशक हैं। विकास खंडवार सभी के शैक्षणिक प्रमाणपत्र जांचे जा रहे हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक की तरफ से जारी पत्र में कहा था कि प्रमाणपत्रों की जांच 31 अगस्त तक पूरी कर ली जाए। बीएसए संजय कुशवाहा ने बताया कि मूल प्रमाणपत्र जांच के लिए समय पर उपलब्ध नहीं कराए तो संदिग्ध मानकर आगे की कार्रवाई भी की जाएगी।
अनामिका प्रकरण उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग और सतर्क हो गया है। इस प्रकरण के चलते जिले के सभी कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में नियुक्त अध्यापिकाओं और कर्मचारियों के मूल प्रपत्रों की जांच शुरू की गई। इस पूरी प्रक्रिया को एक सप्ताह के भीतर समाप्त करने के लिए भी कहा गया है। जिले में 1996 शिक्षामित्र व 642 अनुदेशक हैं। विकास खंडवार सभी के शैक्षणिक प्रमाणपत्र जांचे जा रहे हैं। महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक की तरफ से जारी पत्र में कहा था कि प्रमाणपत्रों की जांच 31 अगस्त तक पूरी कर ली जाए। बीएसए संजय कुशवाहा ने बताया कि मूल प्रमाणपत्र जांच के लिए समय पर उपलब्ध नहीं कराए तो संदिग्ध मानकर आगे की कार्रवाई भी की जाएगी।