यूजीसी का मानना है कि प्रवेश प्रक्रिया यदि समय पर पूरी हो जाती है तो संस्थानों के खुलने के बाद तुरंत पढ़ाई शुरू हो सकेगी। यदि इसमें किसी तरह की देरी भी होती है तो छात्रों की ऑनलाइन सहित दूसरे माध्यमों से पढ़ाई शुरू कराई जा सकेगी। अभी प्रवेश प्रक्रिया अटके होने की वजह से इन छात्रों की पढ़ाई शुरू नहीं हो पा रही है। यूजीसी ने यह निर्देश उस समय दिया है जब सभी विश्वविद्यालयों को 30 सितंबर तक अपनी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं करानी हैं। यूजीसी को बड़ी राहत इसलिए भी है क्योंकि वह पहले ही सभी विश्वविद्यालयों को 30 फीसद कोर्स की पढ़ाई ऑनलाइन कराने के निर्देश दे चुका है। ऐसे में संस्थानों के खुलने के बाद छात्रों को 70 फीसद कोर्स ही पढ़ाना होगा। यूजीसी ने यह निर्देश केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ साथ राज्य विश्वविद्यालयों को भी दिया है। साथ ही इससे जुड़ी सभी तैयारियों का ब्योरा भी मांगा है।
यूजीसी का मानना है कि प्रवेश प्रक्रिया यदि समय पर पूरी हो जाती है तो संस्थानों के खुलने के बाद तुरंत पढ़ाई शुरू हो सकेगी। यदि इसमें किसी तरह की देरी भी होती है तो छात्रों की ऑनलाइन सहित दूसरे माध्यमों से पढ़ाई शुरू कराई जा सकेगी। अभी प्रवेश प्रक्रिया अटके होने की वजह से इन छात्रों की पढ़ाई शुरू नहीं हो पा रही है। यूजीसी ने यह निर्देश उस समय दिया है जब सभी विश्वविद्यालयों को 30 सितंबर तक अपनी अंतिम वर्ष की परीक्षाएं करानी हैं। यूजीसी को बड़ी राहत इसलिए भी है क्योंकि वह पहले ही सभी विश्वविद्यालयों को 30 फीसद कोर्स की पढ़ाई ऑनलाइन कराने के निर्देश दे चुका है। ऐसे में संस्थानों के खुलने के बाद छात्रों को 70 फीसद कोर्स ही पढ़ाना होगा। यूजीसी ने यह निर्देश केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ साथ राज्य विश्वविद्यालयों को भी दिया है। साथ ही इससे जुड़ी सभी तैयारियों का ब्योरा भी मांगा है।