सुल्तानपुर। 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में नियुक्त हुए शिक्षकों को वेतन के लिए इंतजार करना होगा। जब तक शैक्षिक दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो जाता, शिक्षक वेतन नहीं पाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कागजातों के सत्यापन की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
69,000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के दो चरण में 1433 अध्यापकों की नियुक्ति की गई थी। पहले चरण में नियुक्त 610 अध्यापकों को विद्यालयों में भेज दिया गया है। दूसरे चरण में 823 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र पांच नवंबर 2020 को दिया गया। ये सभी 823 नवनियुक्त शिक्षक बीएसए कार्यालय में प्रतिदिन हाजिरी लगा रहे हैं। शासन ने नवनियुक्त शिक्षकों के कागजातों का सत्यापन कराने का निर्देश दिया है। सत्यापन के बिना शिक्षकों को वेतन नहीं दिया जा सकता है। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से ऑनलाइन और ऑफलाइन सत्यापन प्रक्रिया अपनाई जा रही है। ऑनलाइन उपलब्धता वाले बोडों/विश्वविद्यालयों से निर्गत कागजातों का सत्यापन ऑनलाइन कराया जा रहा है।
वहीं अन्य बो्डों/विश्वविद्यालयों को पत्र भेजे जा रहे हैं कुछ जगहों पर पत्रवाहक भेज कर सत्यापन कराया जा रहा है।
पुराने शिक्षकों के कागजातों का भी होगा सत्यापन
वर्ष 2010 के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्त हुए शिक्षकों के कागजातों का भी सत्यापन कराया जाएगा। बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं, जो दो सत्यापन पर वेतन आहरित कर रहे हैं। उनके पूरे कागजातों का सत्यापन नहीं हो पाया है। सत्यापन की प्रक्रिया तीव्र गति से चल रही है।
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्त सभी शिक्षकों शिक्षणेत्तर कर्मियों के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन का कार्य तीव्रता से कराया जा रहा है। इस काम को शीर्ष प्राथमिकता देते हुए नए शिक्षण सत्र के शुरू होने के पूर्व ही पूर्ण करा लिया जाएगा। -दीवान सिंह यादव, बीएसए.
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