नयी शिक्षा नीति ने शिक्षा की पढ़ाई यानी बीएड की रूपरेखा भी बदल दी है. हालांकि यह रूपरेखा अभी भी है लेकिन नयी शिक्षा नीति में यह बिल्कुल अगल ही अंदाज में होगा. अभी दो वर्षीय कोर्स भी चल रहे हैं और चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स भी चल रहे हैं लेकिन 2030 तक दो वर्षीय कोर्स समाप्त हो जायेंगे और सिर्फ और सिर्फ चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स ही चलेंगे. इसके अतिरिक्त बीएड कॉलेजों तक ही इसकी पढ़ायी सीमित नहीं रह जायेगी बल्कि सामान्य कॉलेजों में भी ये कोर्स चलेंगे. सामान्य स्नातक की पढ़ायी के साथ-साथ ही छात्र शिक्षा की भी पढ़ायी इंटीग्रेटेड कोर्स में करेंगे. इसके लिए सामान्य कॉलेजों में भी बीएड के विभाग व शिक्षकों की बहाली की जायेगी.
नयी शिक्षा नीति ने शिक्षा की पढ़ाई यानी बीएड की रूपरेखा भी बदल दी है. हालांकि यह रूपरेखा अभी भी है लेकिन नयी शिक्षा नीति में यह बिल्कुल अगल ही अंदाज में होगा. अभी दो वर्षीय कोर्स भी चल रहे हैं और चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स भी चल रहे हैं लेकिन 2030 तक दो वर्षीय कोर्स समाप्त हो जायेंगे और सिर्फ और सिर्फ चार वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स ही चलेंगे. इसके अतिरिक्त बीएड कॉलेजों तक ही इसकी पढ़ायी सीमित नहीं रह जायेगी बल्कि सामान्य कॉलेजों में भी ये कोर्स चलेंगे. सामान्य स्नातक की पढ़ायी के साथ-साथ ही छात्र शिक्षा की भी पढ़ायी इंटीग्रेटेड कोर्स में करेंगे. इसके लिए सामान्य कॉलेजों में भी बीएड के विभाग व शिक्षकों की बहाली की जायेगी.