प्रश्नपत्र भी छप चुके थे और अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए थे। परीक्षा के प्रश्नपत्र संबंधित जिलों के कोषागार में सुरक्षित रखबा दिए गए थे। कोबिड-19 के कारण परीक्षा छह माह तक फंसी रही, लेकिन जब नौ अगस्त को बीएड प्रवेश परीक्षा का आयोजन करा लिया गया तो आयोग के लिए भी परीक्षा कराने का रास्ता साफ हो गया। परीक्षा स्थगित किए जाने की मांग को लेकर कोर्ट में जनहित याचिका भी दाखिल की गई, लेकिन वहां से भी आयोग को राहत मिल गई। आयोग ने अब परीक्षा की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। परीक्षा के लिए पांच लाख 28 हजार 768 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं।
प्रश्नपत्र भी छप चुके थे और अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए थे। परीक्षा के प्रश्नपत्र संबंधित जिलों के कोषागार में सुरक्षित रखबा दिए गए थे। कोबिड-19 के कारण परीक्षा छह माह तक फंसी रही, लेकिन जब नौ अगस्त को बीएड प्रवेश परीक्षा का आयोजन करा लिया गया तो आयोग के लिए भी परीक्षा कराने का रास्ता साफ हो गया। परीक्षा स्थगित किए जाने की मांग को लेकर कोर्ट में जनहित याचिका भी दाखिल की गई, लेकिन वहां से भी आयोग को राहत मिल गई। आयोग ने अब परीक्षा की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। परीक्षा के लिए पांच लाख 28 हजार 768 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं।