इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी ने कहा शिक्षा के क्षेत्र में जो भी परिवर्तन हो वह हमारी परिस्थितियों के अनुकूल होना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की ड्राफ्ट कमेटी के सदस्य रहे प्रोफेसर टीवी कट्टीमनी ने कहा नई शिक्षा नीति में बहुत सारे ऐसे परिवर्तन हैं, जो छात्र को उसकी मूल प्रकृति से, उसके गांव से, उसकी भाषा से जोड़ते हैं। प्रो. कटीमनी ने कहा कि आíथक संसाधनों से ज्यादा महत्वपूर्ण मानवीय संसाधन हैं। टिपलआइटी के निदेशक प्रोफेसर पी नागभूषण, नीपा नई दिल्ली के प्रो. कुमार सुरेश, ऑक्टा अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र पाल सिंह, आरपी सिंह जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के पूर्व कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह, इग्नू के प्रोफेसर सीबी शर्मा ने विचार व्यक्त किया। संचालन ऑक्टा महासचिव डॉ. उमेश प्रताप सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर रेखा रानी, डॉक्टर आरपी गंगवार और एसआरएफ के निदेशक डॉ राकेश कुमार सिंह ने किया।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी ने कहा शिक्षा के क्षेत्र में जो भी परिवर्तन हो वह हमारी परिस्थितियों के अनुकूल होना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति की ड्राफ्ट कमेटी के सदस्य रहे प्रोफेसर टीवी कट्टीमनी ने कहा नई शिक्षा नीति में बहुत सारे ऐसे परिवर्तन हैं, जो छात्र को उसकी मूल प्रकृति से, उसके गांव से, उसकी भाषा से जोड़ते हैं। प्रो. कटीमनी ने कहा कि आíथक संसाधनों से ज्यादा महत्वपूर्ण मानवीय संसाधन हैं। टिपलआइटी के निदेशक प्रोफेसर पी नागभूषण, नीपा नई दिल्ली के प्रो. कुमार सुरेश, ऑक्टा अध्यक्ष डॉ. सुरेंद्र पाल सिंह, आरपी सिंह जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के पूर्व कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह, इग्नू के प्रोफेसर सीबी शर्मा ने विचार व्यक्त किया। संचालन ऑक्टा महासचिव डॉ. उमेश प्रताप सिंह और धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर रेखा रानी, डॉक्टर आरपी गंगवार और एसआरएफ के निदेशक डॉ राकेश कुमार सिंह ने किया।